White सर्वभूतस्थितं यो मां भजत्येकत्वमास्थितः । सर्वथा वर्तमानोऽपि स योगी मयि वर्तते ।। Bhagvadgita 6.31 The sage who realises the unity of life and who worships me in all beings, lives in Me, whatever may be his lot. Geetashloak- मेरे में एकीभाव से स्थित हुआ जो योगी सम्पूर्ण प्राणियों में स्थित मेरा भजन करता है, वह सब कुछ बर्ताव करता हुआ भी मेरे में ही बर्ताव कर रहा है अर्थात् वह सर्वथा मेरे में ही स्थित है। ©KhaultiSyahi #WORLD_POPULATION_DAY #khaultisyahi #Sanskrit #Quote #truth #Truth_of_Life #realty #realityoflife #thinkaboutit #Love