Nojoto: Largest Storytelling Platform

कैद कर लो कल यहीं सहारा होंगे तुम्हारे जीवन का..

कैद कर लो कल यहीं सहारा होंगे 
तुम्हारे जीवन का..
यूं सुनी आंखों में ख्वाब पालें है बहुत
साथ तेरा भी मिल जाए
तो मुकम्मल जहां होगा.....


शेष अनुशीर्षक में पढ़े... अभी कल ही हरतालिका तीज का व्रत था
पति के दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ के लिए पत्नियों द्वारा निराजल उपवास.. कई त्यौहार होते हैं जिनमें पत्नियां पतियों के लिए उपवास रखती हैं.. यह परंपरा चली आई है.. इसका उद्गम कब हुआ कोई नही बता सकता.. शायद कारण यह रहा होगा की विवाह उपरांत स्त्री ससुराल जाती है, वहां वह पति सहित सभी से अपरिचित होती है .. और उस घर से रिश्ते का माध्यम पति ही होता है, अतः यदि पति स्वस्थ एवम् दीर्घायु होगा तो  वहां पति के माध्यम से स्त्री का मान सम्मान बना रहेगा.. इसलिए इन व्रत त्यौहार क
कैद कर लो कल यहीं सहारा होंगे 
तुम्हारे जीवन का..
यूं सुनी आंखों में ख्वाब पालें है बहुत
साथ तेरा भी मिल जाए
तो मुकम्मल जहां होगा.....


शेष अनुशीर्षक में पढ़े... अभी कल ही हरतालिका तीज का व्रत था
पति के दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ के लिए पत्नियों द्वारा निराजल उपवास.. कई त्यौहार होते हैं जिनमें पत्नियां पतियों के लिए उपवास रखती हैं.. यह परंपरा चली आई है.. इसका उद्गम कब हुआ कोई नही बता सकता.. शायद कारण यह रहा होगा की विवाह उपरांत स्त्री ससुराल जाती है, वहां वह पति सहित सभी से अपरिचित होती है .. और उस घर से रिश्ते का माध्यम पति ही होता है, अतः यदि पति स्वस्थ एवम् दीर्घायु होगा तो  वहां पति के माध्यम से स्त्री का मान सम्मान बना रहेगा.. इसलिए इन व्रत त्यौहार क