मजदूर की पुकार..... कारखाने जो बंद पड़े है घर भिजवा दो नेता जी पैदल चलते छाले पड़ गए रेल चलवा दो नेता जी । मजबूरी में घर से आते मजदूरी कर खाते है, बूढ़े मात पिता घर पर हम को रोज़ बुलाते है।। जब बंद हुआ है धंधा आधे भूखे सोते जी पैदल..........…......................... बचे रहे तो फिर आएंगे, फिर से मेहनत की खाएंगे। खून पसीना बहाकर अपना देश को आगे ले जाएंगे ।। जननी और जन्म भूमि से मेल करवा दो जी पैदल................................. #sunrays