#OpenPoetry स्वादिष्ट व्यंजनों से काया तृप्त होती है । सप्रेम स्वर व्यंजन का भी आहार लिया कीजिए । हींग पुदीना गुड़ छाछ लाभकारी है । रस छंद अलंकार से शुद्ध सृजन किया कीजिए । वर्ण - वर्ण के लोग यहाँ , भांति-भांति परिवेश है । उर्दू हिन्दी की छोटी भगिनी,गूढ़तम प्रयोग किया कीजिए । आचार-विचार, रहन-सहन अनेकानेक विषमता बहुत है । पर ,संस्कृति संस्कार भारतीय एकता,प्रचार किया कीजिए । ३०/०७/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' स्वादिष्ट व्यंजनों से काया तृप्त होती है । सप्रेम स्वर व्यंजन का भी आहार लिया कीजिए । हींग पुदीना गुड़ छाछ लाभकारी है । रस छंद अलंकार से शुद्ध सृजन किया कीजिए । वर्ण - वर्ण के लोग यहाँ , भांति-भांति परिवेश है । उर्दू हिन्दी की छोटी भगिनी,गूढ़तम प्रयोग किया कीजिए ।