शाखों के पत्तों की आड़ में कितना भी छुपा ले खुद को... तू गुल है, भंवरों की निगाहों से यूं बच नहीं पायेगी... ©shayar_dillwala #शाखों के पत्तों की #आड़ में कितना भी छुपा ले खुद को... तू #गुल है, #भंवरों की निगाहों से यूं बच नहीं पायेगी...❤️