first attempt reporting time, read caption. विवेकानंद कॉलेज में आज "Alumni committee" द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित कराया गया। जिसमें वर्ष 2016 में राजनीति विज्ञान विभाग की एक passout विद्यार्थी निष्ठा कपूर की संघर्षपूर्ण जीवन यात्रा से आज हम विवेकानंद कॉलेज की छात्राओं को अवगत कराया गया की, किस प्रकार निष्ठा ने अपने जीवन में संघर्ष का सहारा ले, आज इस काबिल बनी की वो हम सब को अपनी जीवन - यात्रा बता रही है, शायद कुछ लोगों के लिए यह काफी आम-सी बात होगी पर सफलता की सीढ़ी तक पहुंचने के लिए हमें अपने जीवन में कितना संघर्ष करना पड़ता है, कितना दृढ़ निश्चय के संग अपने सपनों को पंख लगाने होते है। उनकी मार्गदर्शिका miss Priya Singh मैम,जिन्होंने उनकी काबिलियत पर भरोसा करा और उनके प्रोत्साहन के कारण वो आज इन उपलब्धियों को हासिल कर पाई। 2016 में विवेकानंद कॉलेज को अलविदा कहने के पश्चात जेएनयू से post graduation (international relations) के अध्ययन के साथ - साथ उन्होंने कई internships भी करी जिसमें से Niti aayog, ministry of external affairs प्रमुख है । निष्ठा अपने समय की टॉपर भी रही तथा अपना संघर्ष जारी रखा। जुलाई,2019 में Taiwan's youth camp में निष्ठा ने भारत की तरफ से युवा वर्ग को प्रदर्शित किया। वर्तमान समय में वो The gender lab के संग कार्यगत है तथा इन उपलब्धियों को हासिल करने के बाद भी उनका संघर्ष आज भी जारी है। आज के कार्यक्रम में निष्ठा कपूर द्वारा कहे गए शब्दों में से जो शब्द मुझे लोकप्रिय है उनका यह कहना कि " there is no weakness in us, their is some areas which we called the area's of growth" अर्थात् हमारे अंदर कोई कमजोरियां नहीं होती केवल कुछ ऐसी जगहें हैं जहां कार्य प्रगति पर रहता है।