Nojoto: Largest Storytelling Platform

तेरी परछाई से ही, दिल में अरमानों का जो उद्वेग उठा

तेरी परछाई से ही, दिल में अरमानों का जो उद्वेग उठा था
तूफानों से अब दबा है
क्षति न पहुंची है दिल के मकानों को 
क्योंकि उससे पहले एक जासूस चला था...! #दिल में #अरमानों का जो #उद्वेग उठा था
#तूफानों से अब #दबा है
#क्षति न पहुंची है दिल के #मकानों को 
क्योंकि उससे पहले एक #जासूस चला
 था...!
#khnazim
तेरी परछाई से ही, दिल में अरमानों का जो उद्वेग उठा था
तूफानों से अब दबा है
क्षति न पहुंची है दिल के मकानों को 
क्योंकि उससे पहले एक जासूस चला था...! #दिल में #अरमानों का जो #उद्वेग उठा था
#तूफानों से अब #दबा है
#क्षति न पहुंची है दिल के #मकानों को 
क्योंकि उससे पहले एक #जासूस चला
 था...!
#khnazim
khnazim8530

Kh_Nazim

New Creator