नभ में लाऊँ मैं उजियारा तारों में सबसे बड़ा हूँ तारा जन-जीवन मुझपर निर्भर जीव-जंतु,पेड़-पौधे,नदियाँ निर्झर रात-दिन का भेद बताऊँ दीप्त 'सविता' मैं कहलाऊँ Challenge-169 #collabwithकोराकाग़ज़ अपने नाम का अर्थ 30 शब्दों में लिखिए :) आप अपने नाम पर कविता भी लिख सकते हैं :) अगर अर्थ ज़्यादा हैं तो आप ज़्यादा कोलाब कर सकते हैं :) मास्टर जी भी आज कुछ अलग ही लेकर आएंगे मस्ती की पाठशाला में 3 बजे :)