वो आए इस महफ़िल में, रौनक ए महफ़िल बनकर लगाए गुलाल हमें और रह जाए मेरा सुकून बनकर रंगों की खुशबु दूर ना हो, यह दिल यूँ फिर दूर ना हो लम्हा रंगीन इश्क़ का थम जाए, हम तुम यूँ खो जाए बादल की हर घटाओं से बरसता रहे रंग प्यार का यूँ घुल-मिल जाए हम तुम, जैसे पानी समाता धरती में लब से लब मिला लो, दीवाने को यूँ सुख बता दो तुम मेर इन 'सोंधी' सांसो को अपने दिल का पता दो तुम ♥️ Challenge-876 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ होली की हार्दिक शुभकामनाएँ 😊💐💐 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।