मैंने सबसे प्यार किया था... सो इतनी उम्मीद करी थी.... ये सब मुझको समझ सकेंगे... और सबने मुझको पागल समझा... एक दरिया को मरुथल समझा... मेरी कोई चाह नही थी.... दुनिया की परवाह नही थी.. मैंने सबसे प्यार किया था.. सो इतनी उम्मीद करी थी...