ना जाने किसमें ऐब... ज़माने में या हम में है... लोगों ने हमें रखा है...या हम ख़ुद ग़म में हैं.... सबको सिर्फ ख़ामियां ही... नज़र आती हैं हमारी... पर हम बेहतरीन हैं... क्या हम इस वहम में हैं..?? ©Meghna Tiwari fight with negative thoughts....