आजकल तुम्हारी तस्वीर भी धुंदली -धुंदली सी हो गयी है आजकल तुम्हारी सूरत भी बिखर- बिखर सी गई है पहले तुम्हारी यादों ने घेर रखा था जिंदगी को, अब तुम्हारी यादों के आसपास ही जिंदगी सिमट सिमट सी गयी है -------------- तुम्हारी यादें