जले है दिए बनी रंगोलियाँ और, फूलों से अवध को सजाये है। विजय पाकर लंका पर मेरे राम, आज सिया के संग आये है। हैं अमावस आज की रात फिर भी, सारा अवध जगमागये हैं। बाटो मिठाइयां मनाओ रे खुशियाँ, ये दिन दिवाली कहलाये है। #diwali #diya #ayodhya