सिंखा दिया वक्तनें, उससे बडा कोइ नहीं, मिला तों सबकों हैं, लेंकीन उसकों समझ नें वाला कोई नहीं, अभी वक्त सें मौह्हबत करनें की कैसे नौंबत आइ, हमारी अमुल्य यादें सारी इसी में हैं समाही !!! @sachin natha paikrao ©Sachin #writingprompts #notjopoem #notjotohindi