बिठाओ सर आँखों पर बेशक किसीको मगर आँखों का जब तक कोई हर्ज़ न हो कम्बख़्त वो दर्द भी बड़ा बेदर्द होता है जब दर्द बांटने के लिए कोई हमदर्द न हो #jnv_satna #navodayan #thesilentpen #lostinthoughts