नफ़रत नहीं प्रेम लिखता हूं जनाब पागल आशिक़ हूं हिज्र में मिली अश्क नहीं वस्ल_ए_रात में गुजरी बाहों का आशियाना लिखता हूं #मेरे_जज्बात008 #पागल_आशिक #तुम_और_मैं #kunu #yqdidi #yqbaba