#OpenPoetry मुझे ज़रूरत तक दौलत की आस है पर हमे पता है दूसरे लोग गलत तरीके अपनाते है उसे बटोरने के शायद भगवान के सामने शर्म ज़रुर आती होगी. ©Shayari by Sanjay T #zindgaishyari || #shayaribySanjayT #lifeshayari