रिश्तो कीं ड़ोरी है जो मुझे उल्झा रहीं है जिस्को समझ रहा था अपना वो बेग़ाना बता रही है और आंसू बहायें है माँ ने मेरी साथ मेरे ओर बाप की चादर है जो आँसू पोछे जा रही है रिश्तो की ड़ोरी है जो मुझे उल्झा रही है 😊👈Aरमान अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। वो दिन हो चाहे रात, हमारी फैमिली ही होती है हमारे साथ। #परिवारदिवस #परिवार #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqbhaijan #yqbaba #suhail_khan #jaani_malik #ankahe_alfaaz_malik