प्रकृती की देखों खेल निराली, राख में मिल गई जिन्दगी बेचारी। मानव को देखों कैसी लगी बिमारी, पल-पल घात लगाए बैठा शिकारी। ओक्सिजन के लिए तड़प रहे मानव जैसे, वैसे तड़पा था पेड़ कभी कटने से पहले। #yqbaba #yqdidi #coronalockdown #staysafe #treesarelife #yqhindi #nishtharishi Best YQ Hindi Quotes