कबसे बैठी हूँ पिया तेरे इंतज़ार में बदन जल रहा आग लगी तेरे प्यार में आ के आकर बुझा सीने कि जलन रोम रोम मचल रहा तेरी याद में सौलह श्रृंगार कर बैठी हूँ आजा पिया भंवरा ढूंढ़ रहा है फुल खिली खिली बाग़ में आकर बुझा प्यास मेरे तन बदन कि मन मचल रहा है पिया मिलन कि आस में ©Deep Bawara #erotica #eroticapoetry #eroticashayri #तन्हा_रातें #nojato #nojohindi #yqdidi