तनहा हो तन्हाइयो से डरते हो क्यू ओर क्या सोच कर मोहब्बत करते हो , सेज है काटो की मोहब्बत सलवटों का डर नहीं तन्हाई है जरूर फिर भी क्यू करते हो । हमने भी सोचा चलो कर ही ली जाए मोहब्बत साथ तन्हाइयो का होगा कोई गम नहीं , कभी ना कभी मिल ही जाएगी मोहब्बत इन तन्हाइयो का साथ भी कोई कम तो नहीं ।। तन्हाइयो को ही तेरा सहारा बना लेे दुनिया है दुनिया को ये करतब भी दिखा दे , कभी वादा किया था साथ रहने का आज वो दूर है हमसे ये उनकी दी तन्हाई कोई कम नहीं ।। **रूद्र** तन्हाई