भाग : 3 जिन्दगी ईन राहो से ... अब प्रेम कर चले है हम, कल का कुछ पता नही ... बस अब मे जी चले है हम। आ रही जो मुश्किले ... खबर कुछ पता नही, चल रहे है काफिले ... लक्ष्य कुछ तय नही, याद कर बिता सफर... दुआ कर चले है हम, जिन्दगी ईन राहो से ... अब प्रेम कर चले है हम, कल का कुछ पता नही ... बस अब मे जी चले है हम। हुई है जो वारदात ... चोरी का सुराग नही, बस हो रही बातचीत ... जलता अब चिराग नही, बस जी रहे ये जानकर ... फिर उड़ चले है हम जिन्दगी ईन राहो से ... अब प्रेम कर चले है हम, कल का कुछ पता नही ... बस अब मे जी चले है हम। आईने से बात की ... आवारगी जमती नही, इठ्लाई जब से जिन्दगी ... सादगी दिखती नही, सफर अधूरा सोचकर .... बस कदम रख चले है हम, जिन्दगी ईन राहो से ... अब प्रेम कर चले है हम, कल का कुछ पता नही ... बस अब मे जी चले है हम। जी रहे ए जिन्दगी ... प्रश्न का सवाल नही, साथ है अब तेरे ... होगा अब बवाल नही, जिन्दगी की राहो ... मे आगे बढ चले है हम, जिन्दगी ईन राहो से ... अब प्रेम कर चले है हम, कल का कुछ पता नही ... बस अब मे जी चले है हम। 👉🙏🙏✍✍..... #Nojotohindi #भाग_तीन #मेरी_कहानी #आओ_लिखें #जिन्दगी_का_सफर Follow more such stories by The Poet Narendra Nagar https://nojoto.com/post/8504a3341566e9999aa44b42c8902009/ Via Nojoto