कर रहे हम ये वादा वफ़ा का , करना नहीं है हमको इरादा ज़फ़ा क़ा, रातों की निदों और दिन का करार, दे दी खुशियाँ तुमको हमने हजार, एक तेरे चहरे की चमक न जो कम हो सौ सितम सह कर भी हमको न गम हो कर रहे हैं हम ये वादा वफ़ा क़ा, करना नहीं है हमको इरादा ज़फ़ा क़ा, साथ तेरे चल कर ही मंज़िलो को पाना था, इश्क़ तुझसे कर के हद से गुजर जाना था, एक तेरे खातिर ये क़ुर्बां जमाना था मर के भी तुझसे जाना मोहब्बत निभाना था करते हैं हम ये वादा वाफ़ा का, करना नहीं हमको इरादा ज़फ़ा का लेने को ले हम, इंतकाम-ए-मोहब्बत, पर नहीं मिली हमको ऐसी सोहबत, तू समझ पाएगा न हादें मोहब्बत चाहे तू आजमा ले मेरी फिर सिद्दत फ़िकर हमे अब नहीं है नुकसान और नफ़ा का कर रहे हम ये वादा वफ़ा का।-2 #song