Nojoto: Largest Storytelling Platform

बहुत सरल है किसी के शरीर पर अतिक्रमण करना  वक्त मि

बहुत सरल है किसी के शरीर पर अतिक्रमण करना 
वक्त मिलते ही उस पर इतना अतिक्रमण करना 
कि वो अतिक्रमण नहीं अधिकार लगने लगे
अतिक्रमण, अधिकार सब तुमको सर्वप्रिय लगेंगे 
क्योंकि तुम्हारे दिमाग पर भी बाहरी तंत्रों का
अतिक्रमण है तुम्हारे विचारों पर अधिकार है
जो तुमको उसके शरीर को देखकर
सरल एहसास के बदले उत्तेजित करता है
फिर तुमको फर्क नहीं पड़ता है कि तुम्हारा 
अतिक्रमण हटाने के बाद उस शरीर का क्या होगा
अर्थ तो साफ है न अतिक्रमण इंसान 
आत्मा को दूर रखकर मानवीय मूल्यों को 
दरकिनारा कर खुद की  काल्पनिक विजय है
अतिक्रमण इंसान कुछ वक्त के फायदें के लिए 
ही करता होगा न इसमें भविष्य की कल्पना नहीं होगी
फिर जब  शारीरिक  अतिक्रमण होगा तो 
वो सिर्फ योनि पर ही अतिक्रमण करेगा
पहले वो एक बार करेगा फिर हर बार
शायद योनि बदल जाएगी मगर अतिक्रमण नहीं
तुम्हारी, उसकी और न जाने सब की योनि होगी
जो कि अतिक्रमण की आदी हो गई होगी 
तुम्हें योनि मर्दाना बनाने में ही जुट जाएगी
क्योंकि वो हार गई होगी
योनि को इस अतिक्रमण का एक दर्द भी होगा
जिसके लिए तुम्हें कोई जुर्माना नहीं देना होगा
न ही शारीरिक और न ही आत्मिक 
तुम बस चले जाना अगली योनि पर अतिक्रमण करने 

अंकिता सुरेश सक्सेना # अतिक्रमण #incompletetruth
बहुत सरल है किसी के शरीर पर अतिक्रमण करना 
वक्त मिलते ही उस पर इतना अतिक्रमण करना 
कि वो अतिक्रमण नहीं अधिकार लगने लगे
अतिक्रमण, अधिकार सब तुमको सर्वप्रिय लगेंगे 
क्योंकि तुम्हारे दिमाग पर भी बाहरी तंत्रों का
अतिक्रमण है तुम्हारे विचारों पर अधिकार है
जो तुमको उसके शरीर को देखकर
सरल एहसास के बदले उत्तेजित करता है
फिर तुमको फर्क नहीं पड़ता है कि तुम्हारा 
अतिक्रमण हटाने के बाद उस शरीर का क्या होगा
अर्थ तो साफ है न अतिक्रमण इंसान 
आत्मा को दूर रखकर मानवीय मूल्यों को 
दरकिनारा कर खुद की  काल्पनिक विजय है
अतिक्रमण इंसान कुछ वक्त के फायदें के लिए 
ही करता होगा न इसमें भविष्य की कल्पना नहीं होगी
फिर जब  शारीरिक  अतिक्रमण होगा तो 
वो सिर्फ योनि पर ही अतिक्रमण करेगा
पहले वो एक बार करेगा फिर हर बार
शायद योनि बदल जाएगी मगर अतिक्रमण नहीं
तुम्हारी, उसकी और न जाने सब की योनि होगी
जो कि अतिक्रमण की आदी हो गई होगी 
तुम्हें योनि मर्दाना बनाने में ही जुट जाएगी
क्योंकि वो हार गई होगी
योनि को इस अतिक्रमण का एक दर्द भी होगा
जिसके लिए तुम्हें कोई जुर्माना नहीं देना होगा
न ही शारीरिक और न ही आत्मिक 
तुम बस चले जाना अगली योनि पर अतिक्रमण करने 

अंकिता सुरेश सक्सेना # अतिक्रमण #incompletetruth