बांध लो गांठ मेरी बात रिश्तों में रहती है मिठास क्यों रखे झगड़ा फसाद डॉ लाल थदानी #अल्फ़ाज़_दिलसे— % & ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_416 👉 जाए लाख रहे साख लोकोक्ति का अर्थ - इज़्ज़त रहनी चाहिए व्यय कुछ भी हो जाए। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ लिखने के बाद यहाँ Done काॅमेंट करें।