कहना चाहती हूँ तुमसे बहुत कुछ पर कहने की कभी हिम्मत ही नहीं होती बहुत सारी बातें हैं जेहन में पर अफ़सोस कि किसी को बोल नहीं सकती घुट - घुट कर जी रही हूँ तुमसे बिछड़ कर तुम वापस आ जाओ अब, मैं ये कह नहीं सकती ©Tripti singh #खामोशी #वापिस_आजा