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आख़िरी चाय (अनु शीर्षक में पढ़ें) यह शायद हम

 आख़िरी चाय



 (अनु शीर्षक में पढ़ें) 
यह शायद हमारी आख़िरी मुलाकात होगी

क्यों शीतल ऐसा क्यों कह रही हो?

ग्रेजुएशन कंप्लीट हो चुका है हमारा आज एक रिश्ता आया था,घरवाले शादी की तैयारी में जुट गए हैं

अच्छा,,,,,,
 आख़िरी चाय



 (अनु शीर्षक में पढ़ें) 
यह शायद हमारी आख़िरी मुलाकात होगी

क्यों शीतल ऐसा क्यों कह रही हो?

ग्रेजुएशन कंप्लीट हो चुका है हमारा आज एक रिश्ता आया था,घरवाले शादी की तैयारी में जुट गए हैं

अच्छा,,,,,,