बिखर जाओगे तुम भी एक दिन ताश के पत्तों की तरह। लोग तुम्हे समेटेंगेें तो जरूर मगर अपने खेलने के स्वार्थ से। ig- @feel.with.lines ©Kuldeep Singh KD #Shayar #poem #poetess #kahani #poetylover #freebird