ये तो वक्त का तकाज़ा है.. कल कदर नहीं थी तुझे जिसकी आज उसे पाने का इरादा हैं... मशहूर शायर निदा फ़ाज़ली ने ख़ूब कहा है- बेवफ़ा तुम न थे, हम न थे यूँ हुआ बस जुदा हो गए.. कभी-कभी ऐसा ही होता है कि ग़लती किसी की नहीं होती और परिणाम दोनों को भुगतना पड़ जाता है। #ग़लतीनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi