कितना भी गुजरु अंधकार में कितना भी हो जाऊं भावनात्मक अपंग मैं सबको लाँघ एक दिव्य तेज दिखेगा हर जगह में वो तेज वो ऊष्मा वो शक्ति का कुञ्ज और कोई नहीं तुम होगी प्रिय जो उदासीनता , आंसू ,दर्द और नाउम्मीदों को मिटा घोर अंधकार में भी चिराग जीवन का प्रज्वलित कर देगी हाँ वो अलौकिक चमत्कार और कुछ नहीं तुम्हारा खिलखिलाता चेहरा होगा मेरी अर्धांगिनी ये ऐसा सत्य है जिसे मैं अभी अभी जी रहा अर्थात मुझमें इन सब यथार्थ का अवलोकन अभी अभी हो रहा है जो कि अत्यंत ईश्वरीय घटना है । Dedicating a #testimonial to 𝘼𝙡𝙮𝙨𝙝𝙖 𝙎𝙞𝙧𝙢𝙤𝙪𝙧✯ आई लोभ यू 🥰 #कामिल-रूह #yqdidi #yqbaba #brokenangel😍❤️ #dedicated_to_my_life #kunalpoetry