Nojoto: Largest Storytelling Platform

ईश्वर कोई कहता मश्जिद अच्छी कोई कहता मन्दिर कोई क

ईश्वर

कोई कहता मश्जिद अच्छी
कोई कहता मन्दिर
कोई कहता गिरजाघर में
रहता ईश्वर हाजिर

मगर जहाँ पर रहते हरदम
काम क्रोध मद मोह
दूर सदा रहता है ईश्वर
वहाँ नरक की खोह

करुणा प्रेम और सच्चाई
जहाँ अहिंशा रहती
वहाँ विवश हो जाता है वह
कृपा सिंधु है बहती

न उसने कोई धर्म बनाया
न कोई जाति बनाया
बेखुद मानव ने यह चोला
स्वार्थ हेतु अपनाया

©Sunil Kumar Maurya Bekhud
  #ईश्वर