तुम फुलझड़ी हो मेरी मेरे दिल की अमावस में आतिशबाजी बनकर चन्द लमहात ही सही मसर्रत और रौशनी भर जाओ मेरे उनींदे अरमानो को एक रस्सी बम की तरह झंझोड़ डालो जगा दो और फिर रॉकेट के पूंछ से निकलती हुई रौशनी व धुंए की तरह फ़िज़ा में पिघल जायो हां मेरी लालची प्यासी बाहों में आ जाओ इस अमावस को पूनो बना डालो की चम्पा की महक फ़िज़ा में फूट पड़े किमाम का जायका हमेशा के लिए ज़ीस्त के मूहँ में भर जाए बस एक बार ही सही पर पूरे दिल से ।।मौजज़ा©।। प्रेम से बड़ी रौशनी नहीं कोई। प्रेम वो दीपक है जो अंदर-बाहर दोनों को प्रकाशित करता है। #प्यारसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi