नाराज़गी है मुझे आज, तुमसे नही, खुद से, लड़ना चाहता हूँ आज, तुमसे नही, खुद से, जुड़ना चाहता हूँ आज, तुमसे नही, खुद से, ये बेबाक लफ़्ज़ों की बोली, अपने कानों तक रखना चाहता, क्योंकि बिछड़ना पड़ता है, तुमसे नही, खुद से, घृणा, द्वेष, नफरत, पनप रही गर, मिटा देना चाहता हूँ आज, तुमसे नही, खुद से। #broken #sorry #imnotbad #feelingisright #yqdidi #yqbaba #pk_poetry