Let's pray for Afghanistan. जब से अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे की बात सुनी है तब से हमारी तो मानो रातों की नींद जैसे उड़ ही गई है। ये सोच सोने भी नही देती की वहा की मासूम औरतों और बच्चियों का क्या भविष्य होगा अब। जब हमारी ये हालत है तो वहा पर ये सब झेल रही बेटियो, बहनों का क्या हाल होगा? वैसे तो हमारा कोई पर्सनल रिश्ता नही हैं उनसे और ना ही हमारा कोई अपना वहा रहता है, पर एक रिश्ता तो है जो सारे रिश्तों से ऊपर हैं- "इंसानियत का रिश्ता" भगवान उनको ये सब सहने की शक्ति दे और हम दुआ करते है की जल्दी ही उनके हिस्से भी उम्मीदों वाला सूरज फिर से जगमगाए, जो मौजूदा हालात में डूब सा गया है। ©Vineeta Singh #prayer for Afghanistan #Afghanistan