दुश्मन तू नदान बढ़ा है तेरे कल का तब क्या होगा सारी दुनिया जान चुकी है दुश्मन तू शैतान बढ़ा है तेरा नक्शा क्या होगा हम तो रहेंगे इसी धरा पर पर तेरा नाम मिटा होगा तू ने खाई इतनी मुख की फिर भी न तू क्यों सुधारा है तेरा भेजा सही जगह है या ऊपर का महला खिसका है मेरा पता यही रहेगा तेरा मिटा ठिकाना क्या होगा हमसे जुड़ने को तू देख अच्छे अच्छे लालायित है तू तो मेरा अपना ही हैं तेरा गौरव क्या होगा? हम तो रहे हैं जोड़ सभी को तेरा तोडा कहाँ रहेगा दुश्मन तू नदान बढ़ा है तेरे कल का तब क्या होगा दुश्मन तू शैतान बढ़ा है तेरा नक्शा क्या होगा हिन्दुस्तान हमेशा हरा रहेगा घटिया पाकिस्तान तेरा क्या होगा दुश्मन तू नदान बढ़ा है तेरे कल का तब क्या होगा?? जय हिन्द जय भारत पं.अश्वनी मिश्रा #ILoveMyIndia