कितना अच्छा होता अगर मैं मैंने उसे अपने दिल में जगह दी। पर अब उसके दिल में मेरे लिए जगह नहीं । क्योंकि आज काल का दिल भी पत्थरदिल हों गया है । ©Asleem khan सजगता #AdhureVakya