किसीको अपना मानने से कोई अपना नहीं होता, चार क़दम साथ चलने से कोई हमसफ़र नहीं होता। लोग तो यू ही साथ छोड़ देते है ग़म_ए_बाज़ार में, सिर्फ मा_बाप को छोड़कर, दूसरा कोई सहारा नहीं होता। ©Silent killer Sahi kaha Maine....