खूबसूरत लोग दफ़्तर जाते समय और घर आते वक़्त शाम को मेरी नजरें एक अज़नबी बूढ़ी अम्मा को ढूंढ़ती है दोस्तों कभी पास जाकर बात करने की हिम्मत नहीं हुई लेकिन वो अम्मा किसी कलाकार से भी कम नहीं शुरू-शुरू में एक-दो बार मेरी नज़रें उन के ऊपर अचानक ही गई तब अम्मा ख़ुद ही अपने आप से ही बतिया रहे थे शायद अपने बचपन के वक़्त की एक "धुंधली सी याद" के सहारे ख़ुद को हौंसला दिला रहे थे अम्मा इतनी ख़ुद गर्ज़ की एक रुपया भी ना भीख समझ कर लेती एक बार मैंने छुप कर देखा एक आदमी ने उन्हें पाँच रुपये का सिक्का दिया अम्मा ने वो उसे ना देकर उसके जाने के बाद इधर-उधर नज़र घुमाई और तुरंत कूड़े में डाल दिया तब से मैं अम्मा का मुरीद हो गया वो ऊन को पुराने कपड़ों में पिरो कर गज़ब के कपड़े व फेन्सी चीज़े बनाकर अपना पेट पालती है शायद एकेली है और ख़ुद अपने-आप से ही बाते करती है मैं ये सब कुछ छुप-छुप कर देखता हूं बूढ़ी अम्मा को मेरा प्यार....😊 #Nojoto #बूढ़ीअम्मा #Inspiredme #mydiary