कभी ना कुछ टीका है ,ना कभी कुछ टिकेगा..! लाख कोशिश कर लो तुम झूठ की बदौलत, इस दुनिया में कुछ पाने कि, या नाम कमाने की, ये ना आज तक किसी को मिला है, ना ही मिलेगा.. ये वो दुनिया है साहब! जहां हर झूठ से एक ना एक रोज पर्दा उठेगा।। लाख मन्नत कर लो , झूठ को सच बताने की, मगर यहां वो छल जायदा दिन ना टीका है, ना टिकेगा..! ये कलयुग जरूर है साहब ! मगर यहां भी सच का सवेरा , देर से ही सही मगर निकलेगा।। झूठ ना टीका है , ना कभी टिकेगा।। झूठ की बुनियाद पर ना कुछ मिला है, ना तो मिलेगा।। झूठ की बुनियाद पर... #झूठकीबुनियाद #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #ankitaguptapoetry