" गुप्तगू करनी है कुछ बात तो किजीए , सारे हालात ठहरे हैं कुछ सवालात तो किजीए , कर ना बेरुखी कुछ गुनाह आ साथ में करते हैं , सराफात छोड़ आज चाहत की बगावत करते हैं . " --- रबिन्द्र राम " गुप्तगू करनी है कुछ बात तो किजीए , सारे हालात ठहरे हैं कुछ सवालात तो किजीए , कर ना बेरुखी कुछ गुनाह आ साथ में करते हैं , सराफात छोड़ आज चाहत की बगावत करते हैं . " --- रबिन्द्र राम #गुप्तगू #सवालात #बेरुखी #गुनाह