#क्यूंकि क्योंकि हर बार मैंने तेरी जिद्द के आगे घुटने नहीं टेके हैं जिंदगी इसीलिए क्या मुझे तू बार बार आजमा रही है हर रोज़ इक नया दौर दिखला रही है बस बंद कर अब यूँ ये खेल लुका-छुपी का आज़माने का इंसान हूँ कोई जोकर नहीं हरदम नाचती रहूँ तेरे ईशारों पे ।। #nojotogyan#nojotopoem#dard#feel#shikayat#rooh#breakup#distress