उँगलियाँ यू न किसी पर उठाया करो खुद ही समझ जाओगे ज़िन्दगी क्या है। बारिशो में पतंगे उड़ाया करो । शाम के बाद जब तुम सहर देख लो तो कुछ फकीरो को खाना खिलाया करो । दोस्तों मिलने के नाम पर नीम की पत्ती चबाया करो । ख़ुद ही समझ जाओगे ज़िन्दगी क्या है बारिशो में पतंगे उड़ाया करो #nojoto.#yu na kisi pe ungli uthaya karo