जलील करके हमे चन्द लोगो के बीच वो खुद को तीस मारखाँ समझने लगे, हम थोड़े शराफ़त से क्या पेश आये ये दो कौडी के लोग खुद को मेरा बाप समझने लगे ।। open_dairyy bold