साँसे आती जाती रहती हैं मौसम किनारा कर लेते और हवाएँ ऋत बदलती हैं ना जाने कितनी बार धड़का होगा ये कंबख्त दिल पर शोर नहीं होता बस पलकें मचल जाती हैं नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳