Nojoto: Largest Storytelling Platform

महज़ इत्तिफ़ाक़ नही था मिलना हमारा, मर्जी थी ख़ुदा की

महज़ इत्तिफ़ाक़ नही था मिलना हमारा,
मर्जी थी ख़ुदा की तब मेल हुआ हमारा। 💐नमस्कार ..मैं GulnaaR
Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने सुंदर शब्दों से सजाये।

💐अपने भाव 2 लाईनों में लिखें ..
(2 लाइन्स couplet / मिसरा ऊर्दू शायरी)

💐 Font size छोटा रखें ताकी wall 
paper खराब न हो ।
महज़ इत्तिफ़ाक़ नही था मिलना हमारा,
मर्जी थी ख़ुदा की तब मेल हुआ हमारा। 💐नमस्कार ..मैं GulnaaR
Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने सुंदर शब्दों से सजाये।

💐अपने भाव 2 लाईनों में लिखें ..
(2 लाइन्स couplet / मिसरा ऊर्दू शायरी)

💐 Font size छोटा रखें ताकी wall 
paper खराब न हो ।