मसरूफ़ हैं सब यहाँ अपने फ़ितूर को पाने में, मगरूर दुनिया के रिवाज़ों में जज़्बात दिखेंगे फिर कभी| #फिरकभी #octoberwritings #encoreekkhwab #शायरी #yqdidi