Nojoto: Largest Storytelling Platform

कुछ अधुरा सा रह गया, दिल के घरोंदे में। दर्द भरी आ

कुछ अधुरा सा रह गया, दिल के घरोंदे में।
दर्द भरी आवाज़ जब आई, दिल के कोने-कोने से।।

सज़ा रखा था कुछ सपने, अपने मन के झरोखे में।
हर लम्हे में बसा एहसास, बीते खट्टे-मीठे यादों से।।

चला वक्त ने रूख़ ऐसा, पास लाकर भी सब दूर किया।
होले-होले पास आकर, बिन बताए अचानक जहां में खो गया।। ♥️ Challenge-567 #collabwithकोराकाग़ज़ 

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 

♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। 

♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
कुछ अधुरा सा रह गया, दिल के घरोंदे में।
दर्द भरी आवाज़ जब आई, दिल के कोने-कोने से।।

सज़ा रखा था कुछ सपने, अपने मन के झरोखे में।
हर लम्हे में बसा एहसास, बीते खट्टे-मीठे यादों से।।

चला वक्त ने रूख़ ऐसा, पास लाकर भी सब दूर किया।
होले-होले पास आकर, बिन बताए अचानक जहां में खो गया।। ♥️ Challenge-567 #collabwithकोराकाग़ज़ 

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 

♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। 

♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
nirajkumar5911

Niraj Kumar

New Creator