विरह की वेदना उनकी बेवफ़ाई को दिल से मिटा ना सके। लाख जतन किए पर उनको भुला ना सके। हम अपना दिल का ज़ख्म किसी को दिखा ना सके। क़िस्मत से अपने गिला शिकवा भी हम कर ना सके। चले थे साथ अनजान मुसाफ़िर बन कर बीच रस्ते बिछड़ वो गए। कभी तो फ़िर मिलेंगे हम इस उम्मीद में झूठी मुस्कान होठों पर सजा लिए। ज़िन्दगी भर साथ निभाने का वादा कर वो मुकर गए। हम तन्हा होकर कर ज़िन्दगी उनके लिए कुर्बान कर गए। #rztask525 #restzone #rzलेखकसमूह #unique_upama #yqdidi #विरह #वेदना #collabwithrestzone