खौफ़ टूटने का तो इस दिल का है, आईने मौजूद हजार बाज़ार में हैं! फ़िक्र परछाई के गुम होने की है, अक्स की दुहाईं को आंखें तो है! ना कहो ऐसे खुलेआम दूर जाने की बात यूं कि... नज़र ना लगे..! वैसे ही आशियाने दूर हैं दोनों के, वक्त से बचते-बचाते जोड़ लेते है लम्हें.. #जराहौलेसे #साजना #lovepoemsarebest #a_journey_of_thoughts खौफ़ टूटने का तो इस दिल का है, आईने मौजूद हजार बाज़ार में हैं! फ़िक्र परछाई के गुम होने की है,