तलाश गंगा जमुना तहजीब की शीर्षक से प्रकाशित राजीव रंजन का अलग अत्यंत ही सम्यक और तिथि आधारित हिंदू समाज को जगाने का प्रतिबंध को दे देता है रामनवमी प्रदेश के अनेक भागों में निकली शुभ यात्रा पर आक्रमण की घटना या सिद्ध करती है कि समाज में प्रचलित होने एक आकर्षक राजनीतिक ना रे ना रे समुदाय शब्द जैसे गुलाब जामुन तहजीब हिंदू मुस्लिम भाई-भाई आदि वास्तव में निरर्थक यादव लेखक सत्य को निभाता पूर्वक और संपूर्ण प्रतिपादित किया जाए तो किंतु स्थिति में प्रकाश नहीं डाला कि भारतीय समाज की एक विशाल वाहन के बहुसंख्यक कल है शेष कुछ हटके हैं साइकिल के पहिए के स्थान पर ट्रक के पहिए लगाने हैं यह वाहन चलेगा यह तथ्य है कि मुस्लिम समाज संगठन शक्ति का धनी है किंतु विदेश मंत्रालय के चंगुल में फंसा हिंदू समाज बुरी तरह का लक्षण बताएं कि देश के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा हिंदू मुस्लिम भाईचारे होते हैं जब तक नहीं होता तब तक होगी ©Ek villain #संगठित हो हिंदू समाज #Pinnacle